eid-e-miladunnabi-procession: हजरत मोहम्मद साहब की 1500 वीं जयंती; ईद-ए-मिलादुन्नबी जुलूस में कौमी एकता और भाईचारे का संदेश




नीलिमा शिंगणे जगड 

अकोला: हजरत मोहम्मद साहब की 1500 वीं जयंती के उपलक्ष्य में ईद-ए-मिलादुन्नबी के मौके पर अकोला में जुलूस-ए-मोहम्मदी बड़े उत्साह और पारंपरिक तरीके से निकाला गया। इस जुलूस को अहले सुन्नत जमात के सरपरस्त जनाब सय्यद जाकिमिया नक़्शबंदी, विधायक साजिद खान पठान, जुलूस कमेटी के अध्यक्ष हाजी मेहमूद खान उर्फ मुदाम भाई और कच्छी मस्जिद के अध्यक्ष जावेद जकरिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर शहजाद-ए-मुफ्ती आज़म बरार मौलाना मोहम्मद अरशद रज़ा कादरी, मुफ्ती इस्माईल साहब, मौलाना मोहम्मद इस्माईल रज़ा, हाफ़िज मकसूद, मौलाना रियाज़,डॉ सैयद गुफरान मिया नक्शबंदी मौलाना शाहनवाज़ सहित अनेक उलेमा, शहर के सामाजिक और राजनीतिक गणमान्य लोग तथा हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

जुलूस मार्ग पर जगह-जगह शरबत, खीर, हलवा और तबर्रुक का वितरण किया गया। कव्वाली और नात शरीफ की गूँज से पूरा वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग गया। सजाए गए वाहनों पर मस्जिद-ए-अक्सा, मदिना शरीफ की झांकी और गुंबद-ए-खिजरा के मॉडल लोगों के आकर्षण का केंद्र बने।

विशेष बात यह रही कि बैद बिरादरी का ऐतिहासिक "अलम" भी इस जुलूस में शामिल किया गया। पहले यह परंपरा सिर्फ रमज़ान ईद और बकरीद तक सीमित थी, लेकिन पिछले वर्ष से शुरू हुई यह परंपरा अब जुलूस को ऐतिहासिक महत्व प्रदान कर रही है।


जुलूस का मार्ग और समापन


यह जुलूस ताजनापेठ, फतह चौक, न्यू क्लॉथ मार्केट रोड, ओपन एयर थिएटर चौक, गांधी रोड, मनपा चौक, दगड़ी पुल, लाकडगंज, मालिपुरा, माणिक टॉकीज, अकोट स्टैंड, सुभाष चौक और मोहम्मद अली चौक से होते हुए पुनः ताजनापेठ पहुँचा और सामूहिक दुआ के बाद इसका समापन हुआ।


कौमी एकता की मिसाल


इस साल ईद-ए-मिलादुन्नबी शुक्रवार, 5 सितंबर को थी। लेकिन 6 सितंबर को गणेश विसर्जन होने के कारण मुस्लिम समाज ने कौमी एकता का संदेश देते हुए लगातार तीसरे साल जुलूस की तारीख आगे बढ़ा दी। इस साल जुलूस 9 सितंबर को निकाला गया। गांधी रोड सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने हर साल की तरह इस बार भी जुलूस कमेटी का स्वागत कर एकता की परंपरा को और मजबूत किया।

धार्मिक सौहार्द और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अकोला के पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक और जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में 9 सितंबर को शहर की सभी स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई। नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत किया।


मोए मुबारक की जियारत


मंगलवार, 9 सितंबर को कच्छी मस्जिद में मोए मुबारक (हजरत मोहम्मद के पवित्र बाल) की जियारत आयोजित की गई। हज़ारों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र दर्शन का लाभ लिया। इस अवसर पर अकोला के पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुदर्शन पाटिल मौजूद थे। कच्छी मस्जिद के अध्यक्ष जावेद जकरिया उनके साथ थे।


कड़ी व्यवस्था और शांतिपूर्ण समापन


पूरे कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन ने कड़ी और पक्की व्यवस्था की। धार्मिक उत्साह, भाईचारे और प्रेम का संदेश देते हुए यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

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