festival-of-eid-ul-fitr-celebrate: अकोला में धूमधाम से मनाया गया ईद-उल-फितर का त्योहार




भारतीय अलंकार न्यूज 24

नीलिमा शिंगणे जगड़ 

अकोला: शहर में ईद-उल-फितर का त्योहार धार्मिक उल्लास और भाईचारे के साथ धूमधाम से मनाया गया। शहर भर में स्थित सभी मस्जिदों और ईदगाहों में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अदा की और अल्लाह का शुक्र अदा किया।


अकोला की ऐतिहासिक कच्छी मस्जिद में ईदुल-फितर की दो नमाज आयोजित की गईं, जिनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम भाइयों ने शिरकत की। पहली जमाअत सुबह 8:45 बजे पढ़ाई गई, जिसकी इमामत मशहूर इस्लामी विद्वान मुफ्ती मो. सादिक अख्तर रज़वी मर्कज़ी साहब ने की। दूसरी जमाअत सुबह 9:45 बजे आयोजित हुई, जिसमें नायब इमाम मौलाना आरिफ रज़ा साहब ने नमाज पढ़ाई। दोनों नमाजों में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और ईद की खुशियों को साझा किया। नमाज के बाद कच्छी मस्जिद के अध्यक्ष जावेद जकरियाने सभी को ईद की मुबारकबाद दी। साथ ही, अहले सुन्नत जमात के अध्यक्ष हाजी मुदाम खान साहब ने भी ईद की शुभकामनाएँ देकर समाज में भाईचारे, प्रेम और सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया।



शहरभर में ईद की रौनक



आज 31 मार्च को अकोला शहर में ईद का त्योहार मनाया जा रहा है। रमजान के मुबारक महीने के खत्म होने के बाद ईद का त्योहार खुशियां लेकर आता है। ईद सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि यह इंसानियत, भाईचारे और प्रेम का जश्न है। यह दिन हर दिल में नई उमंग और हर घर में खुशियों की सौगात लाने का प्रतीक है। ईद के चांद के दीदार से लेकर सुबह की नमाज तक, हर लम्हा एक नई रोशनी बिखेरता है। इस खास मौके पर मीठी सेवइयों की मिठास रिश्तों में घुल जाती है, गिले-शिकवे भुलाकर गले मिलने का बहाना मिल जाता है, और दुआओं में सबकी भलाई मांगी जाती है। इस दिन का असली उद्देश्य सिर्फ खुशी मनाना नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करना और अपने आस-पास प्यार और भाईचारे का माहौल बनाना भी है। 



अकोला की पाँच प्रमुख ईदगाहों पर नमाज अदा की गयी।


ऐतिहासिक ईदगाह हरिहरपेठ ईदगाह

पर नमाज मुफ्ती ए आजम गुलाम मुस्तुफा साहबने पढ़ाई।


खदान ईदगाह


अकोट फाइल ईदगाह


नायगांव ईदगाह


शिवनी ईदगाह


इनके अलावा, शहर की सभी मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई और लोगों ने अल्लाह का शुक्र अदा किया। प्रमुख मस्जिदों में शामिल हैं।



मस्जिद-ए-नोमानिया फिरदौस कॉलोनी


जामा मस्जिद इनामदार पुरा


मरकज़ बड़ी मस्जिद


मोमिनपुरा मस्जिद


मस्जिद-ए-राबिया दीपक चौक


छोटी मस्जिद लाल बंगला


काली मस्जिद काला चबूतरा


मस्जिद हजरत बिलाल गंगानगर


अम्माजान मस्जिद जुना शहर


किला मस्जिद जूना शहर


मस्जिद हमीद अली


खंगारपूरा मस्जिद


नगीना मस्जिद


चांद हाफिज मस्जिद


नूरी मस्जिद


याअल्लाह मस्जिद


निशानों की परंपरा बनी एकता और भाईचारे का प्रतीक


अकोला में ईद की सुबह एक ऐतिहासिक परंपरा देखने को मिलती है, जहाँ लाल बंगला, सब्ज़ बंगला और काले चबूतरे से तीन निशान (झण्डे) निकाले जाते हैं, जो फुलरी चौक पर एकत्र होते हैं। इसके बाद बैद बिरादरी के नौजवान इन्हें पैदल लेकर हरियरपेठ ईदगाह तक ले जाते हैं। ईदगाह पर इन निशानों को मीनारों के ऊपर स्थापित करने के बाद ही ईद की नमाज शुरू होती है। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और इसे बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है।


सौहार्द और भाईचारे का संदेश


ईद के अवसर पर अकोला के विभिन्न सामाजिक संगठनों और धार्मिक नेताओं ने भी लोगों को ईद की शुभकामनाएँ दीं और समाज में प्रेम, सौहार्द और शांति बनाए रखने का संदेश दिया। शहर में ईद का यह त्योहार सभी धर्मों के लोगों द्वारा मिलकर मनाया गया, जिससे अकोला की गंगा-जमुनी तहज़ीब की झलक देखने को मिली।


पुलिस प्रशासन और मनपा का सराहनीय कार्य


अकोला जिले में ईद और पूरे रमजान के दौरान पुलिस प्रशासन ने बेहतरीन काम किया। पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह के नेतृत्व में पुलिस महकमे ने पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया, जिससे ईद का त्योहार शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से मनाया जा सका। साथ ही, अकोला महानगरपालिका के आयुक्त सुनील लहाने के नेतृत्व में मनपा ने शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखा। ईदगाहों और मस्जिदों के आसपास विशेष सफाई अभियान चलाए गए, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। मनपा के इस कार्य की लोगों ने सराहना की।


उलमा-ए-किराम का संदेश


मुफ्ती ए आजम गुलाम मुस्तफा साहब, मुफ्ती अशफाक साहब, मौलवी अब्दुल जब्बार साहब, मौलवी सफदर खान, हाफिज गुलाम मुस्तुफा सहित अन्य सभी उल्माओंने सभी देशवासियों को ईदुल-फितर की मुबारकबाद दी और दुआ की कि देश में अमन और सुकून रहे, तथा शांति और भाईचारे का माहौल बना रहे।




माजी राज्यमंत्री खान मोहम्मद अज़हर हुसैन, आमदार साजिद खान पठान, रफ़ीक सिद्दीकी, सैयद यूसुफ अली, अफसर कुरेशी, फ़ैयाज़ खान, इरफान खान, नकीर खान, रफ़ीक कुरेशी,फजलू पहलवान,अबरार हुसैन, रहीम पेंटर, जमीर बर्तन वाला, आज़ाद खान,शेख अजीज सिकंदर आदि ईदगाह पर उपस्थित रहकर लोगोंको ईद की मुबारकबाद दी। छोटे बच्चोंको आशीर्वाद दिया।









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