Ganesh festival2020: एक अनूठा छप्पन भोग दर्शन

एक अनूठा छप्पन भोग दर्शन!

अकोला: अपने आराध्य देव को अलग अलग प्रकार से भोग प्रसाद लगाने की हमारी प्राचीन परंपरा है।भक्त अपनी श्रद्धा भक्ति एवं धन शक्ति से भोग लगाते हैं।कोरोना के इस संकटकाल में गणेशउत्सव मनाने के हमारे प्रारंपरिक  प्रथा में काफी बदलाव आए है,गणेश मूर्ति शाडू मिट्टी से बनाई गई,सार्वजनिक मंडलो में मूर्ति का कद चार फीट तक ही रखा गया,कई फिजूल खर्चो में कटौती की गई,इत्यादि।



स्थानीय मयूर कॉलोनी ,अकोला निवासी दंपति अलोक एव सौ योगिता खंडेलवाल ने पर्यावरण पूरक पाँच गणेश मूर्ति (पंचगणेश) की स्थापना की एवं अपने आराध्य देव श्रीगणेश को एक अनूठा छप्पन भोग लगाया।स्वादिष्ट व्यंजनों की बजाय इन्होंने सभी प्रकार के अनाज,दाले,मसाले, तेल,घी,शक्कर,पूजा सामग्री एवं अन्य छप्पन प्रकार की किराना वस्तुओं से विधिवत पूजन किया।



समाज के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए इन्होंने छप्पन भोग की पूरी सामग्री मलकापुर स्तिथ उत्कर्ष शिशुगृह एव गायत्री बालिकाश्रम में प्रसाद स्वरूप दी।इनके इस अनूठे छप्पन भोग एव दान की संकल्पना की सभी ने काफी सराहना की।

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