holika dahan in maharashtra : महाराष्ट्र में होलिका दहन 6 मार्च को





अधि. नीलिमा शिंगणे जगड 

अकोला : स्थानिक खोलेश्वर स्थित श्री भोलेश्वर मंदिर में अकोला पुरोहित संघ की सभा विवादित होलिका दहन मुहूर्त को लेकर संपन्न हुई. स्थानिक महाराष्ट्रीयन पंचांग ,सम्राट ,वल्लभ मनीराम ,निर्णय सागर इत्यादि पंचांग तथा निर्णय सिंधु  का आधार लेकर महाराष्ट्र के चारों दिशाओं के पूर्णिमा तिथि गणना सूर्योदय सूर्यास्त गोंदिया से मुंबई तक बुरहानपुर से नांदेड तक ज्योतिषीय आधार पर गणना कर कर संपूर्ण महाराष्ट्र में सोमवार 6 मार्च को ही होलिका दहन का निर्णय लिया गया.




होलाष्टक 


सोमवार 27 फरवरी से आरंभ होंगे.



ढाल तलवार थापना


बड़कुल्ला चाकोली ढाल तलवार इत्यादि का मुहूर्त दिनांक 3 मार्च शुक्रवार को अमृत में प्रातः 9:11 से 11:06 बजे तक दोपहर 12:34 से 2:00 बजे तक रहेगा.



बड़कुल्ला ढाल तलवार पिरोने का मुहूर्त


तारीख 6 मार्च सोमवार को रहेगा शुभ में सुबह 9:37 से 11:05 तक चर लाभ में दोपहर 2:02 से सायंकाल 4:16 तक.



भद्रा

6 मार्च को सायंकाल 4:17 से तड़के सुबह 5:15 तक रहेंगी. पूर्णिमा तिथि 6 मार्च को सायंकाल 4:17 से 7 मार्च को सायंकाल 6:9 बजे तक रहेगी महाराष्ट्र में लगभग सूर्यास्त पूर्णिमा के पहले 7 मार्च को होगा ,इसी लिए 6 मार्च को होलिका दहन रहेगा.



होलिका दहन का मुहूर्त


भद्रा मुखम वर्जित वा, प्रदोष समय ज्वाल ये त, इत्यादि शास्त्रोक्त मत सम्राट पंचांग पेज नंबर 93 पर दिए हैं प्रदोष समय में शाम को 6:26 से 6:38 तक, भद्रा पूछ मैं रात्रि 12:47से रात्रि 1:59 तक तथा भद्रा उपरांत तड़के सुबह 5:15 बजे के बाद होलिका प्रदीपन दहन किया जा सकता है तीनों भी प्रमाण शास्त्रोक्त है परंतु 7 मार्च को पूर्णिमा नहीं होने से प्रदोष समय में होलिका प्रदीपन ठीक नहीं लगता.






सभा में सर्वश्री पंडित रतन तिवारी, रमेश आडिचवाल, प्रमोद तिवारी, भैरू शर्मा, सुमित तिवारी, श्याम अवस्थी, रजनीकांत जाड़ा, विमल व्यास एवं पंडित रवि कुमार शर्मा उपस्थित थे.

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