Shani temple-Religious rituals-akl: 100 वर्ष प्राचीन शनि मंदिर मे 'शनि पालट उत्सव' पर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन






नीलिमा शिंगणे जगड 

अकोला : 100 वर्ष प्राचीन किल्ला चौक अक्कलकोट परिसर स्थित शनि मंदिर में न्याय के देवता न्यायाधीश भगवान शनि देव का पालट उत्सव  विक्रम संवत 2078 शके 1944 कृष्णपक्ष  14 तिथी कल शुक्रवार 29 अप्रैल से मनाया जाएगा । तीन दिवसीय उत्सव के दौरान मंदिर व्यवस्थापको की ओर सेविभिन्न धार्मिक अनुष्ठानो का आयोजन किया गया है । महाराष्ट्रीय पंचाग नुसार सुबह 7.10 मि. को शनि देव का मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे है किसी दिन समूचे देश में शनिपालट उत्सव के रूप में मनाएगा |



पुराना शहर के अक्कलकोट परिसर स्थित शनि मंदिर को हालही में 22 अप्रैल को 100 वर्ष पूर्ण हुए है । वही शनि पालट उत्सव निमित्य होम हवन, शनिदेव का तेल अभिषेक , अन्नदान , रात्री में भजन , हनुमान चालीसा पाठ , सुंदरकांड पाठ आदि का आयोजन किया गया है । कहा जाता है कि सनी की साढ़ेसाती जिन जातकों को हो वह इस दिन शनि पूजा एवं धार्मिक अनुष्ठान करता है तो उस पर शनि भगवान की कृपा दृष्टि बनी रहती है एवं कुप्रभाव कम पड़ता है ।



शनि देव के  मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करने पर 12 राशियों पर विभिन्न प्रभाव पड़ेगा।

 

जन्म राशि अनुसार 

मेष राशि को धनलाभ ,

वृषभ राशि को उद्विगनता , मिथुन धर्मक्षय , 

कर्क पीडा ,सिंह चिंतावृद्धि , कन्या अर्थलाभ , 

तुला बिमारी,वृश्चिक शत्रुवृद्धि ,धनु राशी ऐश्वर्यकारक , मकर वित्तहानी , कुंभ मानसिक विवंचना तथा मीन राशि को अनर्थकारक योग पंचाग नुसार बताए गए हैं । 



शनि की कृपा दृष्टि पाने के लिए इन 12 राशियों वालों ने भगवान शनिदेव का विधिवत पूजन करें तथा उत्सव के दौरान अन्नदान शनि से संबंधित दान , शनि चालीसा का पाठ हनुमान चालीसा एवं शनि उपासना करनी चाहिए । वही उपरोक्त सभी धार्मिक कार्यक्रमों का लाभ भक्तों ने बड़ी संख्या में लेने का आवाहन मंदिर की ओर से पंडित शंकर पुनमचंद शर्मा ने की है I

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