Diwali 2021:lakshmi puja shubh muhurat : प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन सर्वोत्तम

Diwali 2021: lakshmi puja shubh muhurat: Lakshmi pujan best in pradosh kaal






नीलिमा शिंगणे-जगड

अकोला : लक्ष्मी पूजन निमित्त भोलेश्वर मंदिर में अकोला पौरोहित्य संघ की सभा ली गयी। इस सभा मे लक्ष्मी पूजन के लिए विविध मुहूर्त बताएं गए। इसमें प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन सर्वोत्तम माना गया है।




विविध मुहूर्त इस तरह

अकोला पौरहित्य संघ,भोलेश्वर मंदिर



खाता खरीदी: और वही खाता की आधुनिक संयंत्र क्रय कर सकते हैं गुरु पुष्य अमृत वेला में 28 अक्टूबर गुरुवार को सुबह 9:40 के बाद.



धनतेरस: पर 2 नवंबर को बहीखाता क्रय कर सकते हैं.

लाभ में सुबह 11:31 से 12:27 तक.

अमृत में दोपहर 12:27 से 01:57 तक.

शुभम में दोपहर 03:27 से 04:57 तक.

लाभ रात्रि 07:10 से 08:40 तक.



गादी बिछाना : तथा आधुनिक आरामदायक बैठने के संसाधन का मुहूर्त रहेगा। 

गुरुवार 4 नवंबर को स्थिर लग्न में.

सुबह 07:22 से 09 :37 तक

दोपहर 1:32 से 3:07 बजे तक.

सायंकाल 6 :22 से 8:21 तक.



स्याही भरना : कलम या कई तरह के आधुनिक संसाधनों में स्याही भर सकते हैं।


4 नवंबर को चर लग्न में.

सुबह 11:43 से 01:32 बजे तक.

शाम को 04:40 से 6:22 तक.



लक्ष्मी पूजन : 4 नवंबर गुरुवार को स्थिर बेला में।


वृश्चिक : सुबह 7:12 से 09:37 तक.

कुंभ:  दोपहर 1:32 से 3:07 तक.

वृषभ: श्याम 06:22 बजे से रात्रि 8:21 तक.

सिंह लग्न और रात 12:48 से 2:58 तक रहेगा.


दीपावली पर दिन 11 घंटे 15 मिनट का ही रहेगा. अतः चौघड़िया के मुहूर्त में 5 मिनट से अधिक की कमी रहेगी.


लाभ: सुबह 6:28 से 07:53 तक.

चंचल-: सुबह10:43 से 12:08 तक.

लाभ दोपहर 12:08 से 01:33 तक,

अमृत दोपहर 01:33 से 02:58 तक.

शुभ सायंकाल 04:23 से 5:43 तक.

अमृत सायंकाल 05:43 से 07:18 तक.

चमच रात्रि 07:18 से 08:53 तक



प्रदोष समय: ज्योतिष ग्रंथों में 07:30 घटी का प्रदोष काल बताया है. सायंकाल 05:43 से रात्रि 8:43 तक प्रदोष काल रहेगा.



दुकान बंद करना : द्विस्वभाव स्थिर भाव में रात्रि 09 से 09:21 बजे तक.



दुकान खोलना : 5 नवंबर को सुबह 07 से 10:45 तक. 



सभा में सर्वश्री पंडित नरेंद्र पंचारिया, हेमंत शर्मा, प्रमोद तिवारी, रमेश आडीच वाल, श्यामसुंदर अवस्थी, शिव शर्मा कल्याण वाले, एवं पंडित रवि कुमार शर्मा उपस्थित थे।


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